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आँखों की तुम तक्सीर सुनो
आंसू की तुम तबशीर सुनो
आँखों ने पाया था कल जो
उस कल की तुम तहकीर सुनो ...........रवि विद्रोही ....
तक्सीर=भूल/दोष /अपराध
तबशीर= सन्देश/सुचना
तहकीर= निंदा/अपमान/अनादर
आँखों की तुम तक्सीर सुनो
आंसू की तुम तबशीर सुनो
आँखों ने पाया था कल जो
उस कल की तुम तहकीर सुनो ...........रवि विद्रोही ....
तक्सीर=भूल/दोष /अपराध
तबशीर= सन्देश/सुचना
तहकीर= निंदा/अपमान/अनादर
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